सनातन धर्म में हनुमान चालीसा के चमत्कारी फायदों का वर्णन किया गया है, जिससे हनुमान जी के भक्तो का उनपर अटूट विश्वास बना है। जो भक्त चालीसा का गुणगान तन,मन,धन से करता है, उनसे हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं और उनके लिए हमेशा प्रिय रहते हैं। मुंबई जैसे शहर में लोग मराठी भाषा का ज्ञान रखते है और Hanuman Chalisa pdf in Marathi में पढ़ाना पसंद भी करते हैं अगर आप भी हनुमान चालीसा को मराठी भाषा में पढ़ना चाहते हैं तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
हनुमान जी के नाम से जुड़ी कथा का सार
संकट मोचन हनुमान जी के नाम का अर्थ ही भक्तो की हिफाजत करना है। अनके विभिन्न नामों का उच्चारण करने मात्र हर कष्ट दूर हो जाते हैं। हनुमान जी रुद्र का अवतार माने जातें है, इसके साथ ही धार्मिक ग्रंथों में श्री राम जी के प्रिय भक्त होने का जिक्र किया गया है। आपने हनुमान जी के कई नामों को जरूर सुना होगा, जैसे संकट मोचन, पवन पुत्र, बजरंगली, केसरी नंदन। लेकिन क्या क्या आप इन नाम के पीछे छिपे रहस्य को जानते हैं? यहां हम उनके नाम से जुड़े रहस्यों को आपके साथ शेयर वाले हैं।
पवनपुत्र
पवन देव ने माता अंजना को पुत्र प्राप्ति का वरदान दिया था। पुत्र प्राप्ति के बाद ऋषि तथा मुनियों ने उनके पुत्र का नामकरण किया, अपितु अंजना के पुत्र के लिए पवन देव ने वरदान दिया था और इसके साथ वह हनुमान जी को अपना पुत्र भी मानते थे जिसके कारण उनका नाम पवनपुत्र रख दिया गया।
संकट मोचन
हनुमान जी ने संसार में लोगजन के कल्याण हेतु अनेकों संकट का हरण किया था। जिसकी वजह से लोग उन्हें संकट मोचन के नाम से भी जानते हैं।
बजरंगबली
धार्मिक ग्रंथों में हनुमान जी के बल का बखूबी वर्णन मिलता है। उनके जितना बलशाली शरीर और गदावान मनुष्य अन्य कोई नही था। जिसकी वजह से उन्हें बजरंगबली नाम का दर्जा मिला था।
केसरी नंदन
हनुमान जी के पिता राजा केसरी थे, जिसकी वजह से उन्हें केसरी नंदन नाम से भी जाना जाता है।
हनुमान
पुरानी कथा के अनुसार, जब हनुमान जी ने सूर्य को अपने मुख के अंदर समा लिया था। तब इन्द्र देव ने अपने वज्र से हनुमान जी के हनु अर्थात उनके जबड़े पर वार कर दिया था जिसकी वजह से वह चोटिल हो गए थे। इस घटना के उपरांत उनका नाम हनुमान पड़ा।जाने हनुमान जी ने संजीवनी बूटी कहा से लायी|
हनुमान जी का रूप वर्णन
हनुमान चालीसा के निर्माता तुलसीदास जी ने हनुमान जी के रूप का बेहद सुंदर वर्णन किया है। चालीसा में हनुमान जी के रंग और रूप का जिक्र किया गया है। चालीसा में हनुमान जी के बलशाली और बुद्धि के भगवान होने का उल्लेख है। यहां पर हनुमान जी के रूप चित्रण का उल्लेख दिया गया है, जिसे आपको जरूर पढ़ना चाहिए।
- हनुमान जी सुनहरा रंग, कान में कुंडल, घुंगराले बाल और सुंदर वस्त्र के साथ सुशोभित है।
- हनुमान जी लाल वस्त्र के साथ गदा धारण किए हुए सुंदर लगते हैं।
- हनुमान जी के शरीर पर आभूषण का ढेर है और स्वर्ण मुकुट उनकी सुंदरता में चार चांद लगता है।
- हनुमान जी की सुनहरे रंग लंबी पूछ उनका खूबसूरत अंश है।
हनुमान चालीसा मराठी में पढ़ें
अगर आप मराठी भाषा के ज्ञाता हैं और मराठी भाषा में हनुमान चालीसा को पढ़ना चाहते है तब आपको नीचे दी गई मराठी चालीसा को जरूर पढ़ना चाहिए।
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